कक्षा 9 के विद्यार्थियों ने कक्षा-गतिविधि के अंतर्गत एकल संत रैदास के पदों का और सामूहिक वाचन किया | रैदास के पदों के पठन और वाचन द्वारा छात्रों में दोहों की बारीकियों की समझ तो विकसित होती ही है साथ ही दया , करुणा, ईमानदारी , समानता एवं आस्था जैसे मानवीय मूल्य भी स्वाभाविक रूप से विकसित होते हैं जो उन्हें बेहतर मानव बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं |
महादेवी वर्मा द्वारा लिखित पाठ ‘गिल्लू ‘ को पढ़ने के उपरान्त कक्षा 9 के विद्यार्थियों ने हिंदी के कालांश में सामूहिक प्रयास से गिल्लू की विशेषताओं को शब्दों में पिरोते हुए उसे एक कविता का रूप देकर अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया | अभिव्यक्ति के इस सामूहिक प्रयास से उनका मनोबल भी बढ़ा |